कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘राइट टू प्राइवेसी’ पर कोर्ट के निर्णय का जहां स्वागत किया है, वहीं भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि,” यह वैयक्तिक अधिकारों एवं मानवीय गरिमा के नए युग का संदेशवाहक है तथा आम आदमी के जीवन में राज्य एवं उसकी एजेंसियों द्वारा की जा रही निरंकुश घुसपैठ एवं निगरानी पर प्रहार है।“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमाम योजनाओं के माध्यम से हर एक आदमी की जानकारी को निजी कंपनियों को शेयर कर रहे है, जबकि कांग्रेस ने ही उन योजनाओं को किसी की गोपनीयता को भंग किए बिना ही शुरू किया था।
निर्णय का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एवं उसकी सरकारें तथा विपक्षी दल इस अधिकार के पक्ष तथा इनको सीमित करने के इस (भाजपा की) सरकार के अहंकारपूर्ण रवैये के खिलाफ अदालत एवं संसद में आवाज उठा चुकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक तरफा फैसले लेते हुए सभी लोगों की निजी जानकारियों को ऑनलाइन कर रही है, जोकि संविधान के खिलाफ है।
आपको बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने निजता के अधिकार, यानी राइट टू प्राइवेसी को मौलिक अधिकारों का हिस्सा बताया है।