बांधवगढ़ की बात करें तो यहां 5 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें कांग्रेस से सावित्री सिंह और भाजपा के शिवनारायण सिंह के बीच सीधा मुकाबला है।
राजस्थान की धौलपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनावों में वोटिंग का प्रतिशत 80 फीसदी रहा। आपको बता दें कि 2013 में इस सीट पर 81 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में राजस्थान में पहली बार वीवीपीएटी मशीनों का भी इस्तेमाल हुआ।
धौलपुर की एक अदालत द्वारा बीएसपी विधायक बी एल कुशवाहा को ह्त्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद, उनकी सदस्यता समाप्त होने के कारण सीट रिक्त हुई है। बीजेपी ने बीएसपी से पूर्व विधायक बी एल कुशवाहा की पत्नी को टिकिट देकर मैदान में उतारा था, तो दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने सबसे दिग्गज बनबारी लाल शर्मा को मैदान में उतारकर किस्मत आजमाई है।
राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 46.60 फीसद मतदान दर्ज किया गया। 2013 और 2015 की तुलना में कम वोट पड़े। दिल्ली में 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 72 फीसदी मतदान हुआ था। यहां से आम आदमी पार्टी के विधायक जनरैल सिंह ने पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था जिस वजह से यहा उपचुनाव की जरूरत पड़ी।