गाजियाबाद बाराबंकी में रैली के दौरान ‘यूपी का गोद लिया बेटा’ वाले बयान को लेकर चल रहे हंगामे के बीच गाजियाबाद के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गोद लेने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत पतला-निवाड़ी के पूर्व चेयरमैन योगेंद्र पाल योग मंगलवार को अपनी पत्नी के साथ सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस पहुंचे और पीएम मोदी को गोद लेने के लिए आवेदन पेश किया। हालांकि, सब-रजिस्ट्रार ने यह कहकर उन्हें लौटा दिया कि जब तक गोद देने वाला पक्ष उपस्थित नहीं होता है, तब तक गोदनामे के रजिस्ट्रेशन पर कार्रवाई करना संभव नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान बाराबंकी की एक जनसभा में लोगों से कहा था कि जो विकास कार्य यूपी का बेटा (अखिलेश यादव) नहीं कर पाया, वह उनका गोद लिया बेटा (मोदी) करेगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटिस भेजा था। आयोग ने उनसे पूछा था कि यूपी में आपको किसने गोद लिया?
इस नोटिस के बाद ही पतला-निवाड़ी के पूर्व चेयरमैन योगेंद्र पाल योगी ने घोषणा की थी कि वह मोदी को गोद लेकर उन्हें अपने दत्तक पुत्र के रूप में स्वीकार करेंगे। इसके लिए उन्होंने बाकायदा गोदनामा बनवाया और मंगलवार को पत्नी के साथ गोदनामे का रजिस्ट्रेशन कराने सब-रजिस्ट्रार थर्ड मुकेश सागर के समक्ष पेश हुए। उन्होंने सब-रजिस्ट्रार से निवेदन किया कि वह गोदनामे के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करें, जिसके कागजात वह उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भेजेंगे
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