दिल्ली से लेकर यूपी तक, भोपाल से लेकर कोलकाता तक और मुंबई से मनाली, देश के हर शहर, हर कस्बे में लोग बैंकों और ATM के बाहर लाइन लगा कर खड़े हैं, और इंतजार कर रहे है की कब उनका नंबर आएगा और वह कब घर जाएंगे। 500 और 1000 के नोट अब सिर्फ कागज के टुकड़े बन कर रह गए हैं और लोगों को जरूरत की छोटी-मोटी चीज खरीदने के लिए भी सोचना पड़ रहा है।
अब तो ऐसा लगता है कि लोग घर से ज्यादा समय बैंको या एटीएम के बाहर बिताते है और निराशा के साथ वापस आते है। हर रोज यही देखने को मिलता है लोग अपनी नौकरी छोड़कर बैंको की लाइन में खड़े है। एक तरफ जहां लोगों ने इस फैसले को सराहा तो किसी ने इस फैसले की निंदा की कहा मोदी सरकार को यह कदम उठाने से पहले एक बार लोगों के बारे में सोचना चाहिए था।
इस फैसले के बाद कई ऐसी बाते सामने आई जिसे पढ़कर आप भी चोक जाएंगे। भोपाल में एक दुल्हन को ऑटोरिक्शा में विदा होना पड़ा क्योंकि कोई भी ट्रांसपोर्टर 500 या 1000 के नोट लेने को तैयार नहीं थे। बैंक में या बैंक जाते वक्त हुई 3 लोगों की मौत। जिसके घर में शादी आज है या कुछ दिनों बाद वह भी अपने जरूरी काम छोड़कर बैंक की लाइन में खड़े है।