जिस तरह चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप भारत और भारतीयों के हक में बोलते थे। उन्होंने अमेरिका में भारतीयों से मुलाकात की और पीएम मोदी की तारीफ की। उससे साफ है कि उनके दिल में कहीं न कहीं पीएम मोदी और भारतीयों के लिए एक सोफ्ट फॉर्नर है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल के दौरान भारत के सबसे अच्छे दोस्त साबित होने का हर संभव प्रयास करेंगे। ट्रंप ने यह बात कई बार दोहराई भी है।
आइये जानें क्या हैं भारत के प्रति ट्रंप की 10 बड़ी नीतियों के बारे में
1- ट्रंप भारत में बड़े पैमाने पर निवेश करेंगे। ट्रंप भारत में आउटसोर्सिंग के खिलाफ कदम उठाएंगे। यह भारत के सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी कंपनियों के लिए अहम मुद्दा है।
2 – इस्लामिक कट्टरपंथ और आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को रोकने में भारत का साथ देंगे। इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के मंच से अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं। यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत से पाकिस्तान सकते में है।
3 – एचवन-बी वीज़ा सिस्टम में पूरी तरह बदलाव किया जाएगा। यह वीज़ा अमेरिका में अस्थाई रूप से काम करने के लिए दिया जाता है। इसका ज़्यादातर इस्तेमाल भारत की प्रौद्योगिकी कंपनियां करती हैं।
4 – दुनियाभर के बाजार नहीं चाहते कि ट्रंप राष्ट्रपति बने। लिहाजा बाजार की ट्रंप की जीत पर तीखी प्रतिक्रिया होगी। वह उदार अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानूनों का समर्थन नहीं करते हैं।
5 – ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी ऐसी है जिसमें ‘पहले सिर्फ अमेरिका’ होता है और वह सभी व्यापार समझौते को नए सिरे से लागू करना चाहते हैं, भारत के साथ भी वह यही करने के पक्षधर है।
6 – ट्रंप एच1बी वीजा प्रोग्राम के खिलाफ हैं और इसे बंद करना चाहते हैं। ट्रंप जीत दर्ज करने पर भारतीय आईटी स्टॉक और आईटी कंपनियों को इसका नुकसान हो सकता है।
7 – एक तरफ वह भारत की तारीफ करते हैं तो दूसरी ओर आरोप लगाते रहे हैं कि भारत और चीन अमेरिका की नौकरियां छीन रहे हैं और वह इन्हें वापस लाएंगे। अमेरिका की नौकरी वापस लाने का मतलब है कि वह प्रवासियों के लिए मुश्किल कानून लाने वाले हैं। काम करने के मामले में अमेरिका भारतीयों की पहली पसंद है।
8 – आतंकवाद के खिलाफ ट्रंप का रुख काफी मुखर रहा है। खासकर पाकिस्तान को लेकर वह ज्यादा ही कड़ा रुख रखते हैं भारत के लिहाज से यह मुफीद हो सकता है। वह पहले भी आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का सहयोग करने की बात कह चुके हैं।
9 – चीन के बढ़ते वर्चस्व पर भी ट्रंप चिंता जता चुके हैं। वो मानते हैं कि चीन का एकदम इतनी तेजी से बढ़ना दुनिया के लिए खतरनाक है इसलिए इस पर अंकुश लगाया जाएगा। भारत के लिए यह बात भी राहत वाली हो सकती है क्योंकि चीन को रोकने के लिए अमेरिका भारत को अपना प्रमुख सहयोगी बना सकता है।
10 – वर्तमान राष्ट्रपति ओबामा की तरह ही ट्रंप भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अच्छे रिश्तों के पक्षधर हैं। ट्रंप खुद कई बार प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुके हैं। यहां तक की मोदी की तर्ज पर ही उन्होंने अपना नाराज अबकी बार ट्रंप सरकार दिया था।