शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना मेअमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मिसाल देते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल अमेरिका में चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने वहां की आवाम को आश्वासन दिया था कि अमेरिकी नागरिकों की जगह विदेशी कर्मचारियों को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। जिसकी वह अब घोषणा कर चुके हैं। उनका ये बयान हिंदुस्तान के लिए चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि इससे कई भारतीयों की अमेरिका से छुट्टी हो सकती है। लेकिन सामना में ट्रंप के इस फैसले का पक्ष लेते हुए कहा गया है कि ऐसा उन्होंने अपने देश की रक्षा और देश के हित के लिए किया है।
इस पर शिवसेना ने कहा है कि जिस तरह ट्रंप ने अपने देश के नागरिकों के हित में सोचा है क्या ऐसा मोदी सरकार भी पाकिस्तानी कलाकारों के लिए इस तरह का कोई कदम उठा सकती है। पाकिस्तानी कलाकार भारत में पैसा कमाने आते हैं। दुनिया ट्रंप को मुर्ख कहती है लेकिन वो अपने देश के लिए अपनी समझदारी से देश की रक्षा के लिए अच्छा कदम उठा सकते है तो क्या मोदी सरकार ऐसा नहीं कर सकती?
गौरतलब हो कि अपना कार्यकाल शुरू करने से पहले ही अपने नागरिकों को खुश करने के लिए ट्रंप ने जो आश्वासन दिया था उसकी तैयारी उन्होंने शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि ट्रंप ये कह चुके हैं कि एच-1 बी वीजा वालों को अमेरिका में नौकरी नहीं करने दिया जाएगा।