कश्मीर में अशांति के बीच आतंकी संगठन अलकायदा ने कश्मीरी युवाओं से पाकिस्तान के बहकावे में न आने की अपील की है। अलकायदा ने कश्मीरी युवाओं को आगाह करते हुए कहा है कि उन्हें दोस्त और दुश्मन में अंतर करना आना चाहिए, इसके साथ ही यह भी मालूम होना चाहिए कि कौन आपका समर्थक है और कौन आपकी भावनाओं से अपने स्वार्थ के लिए खेल रहा है। उसका कहना है कि पाकिस्तान अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और वह महज राजनीति करने के लिए ही कश्मीरी युवाओं का इस्तेमाल कर रहा है। इतना ही नहीं अलकायदा ने पाकिस्तान की सरकार, पाक आर्मी और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को धोखेबाज तक कह डाला है।
11 पन्नों के संदेश में अलकायदा के प्रवक्ता उस्ताद उसामा महमूद ने कहा, ‘मिलिट्री ऑपरेशन का उद्देश्य कश्मीरी लोगों को मदद पहुंचाना नहीं है बल्कि उनके अपने मकसद हैं। वहां धन इकट्ठा करना और विलासिता के लिए स्वांग रचना उनकी नीति है। भारत और कश्मीर के मुसलमानों की रक्षा करने का पाकिस्तान का कोई इरादा नहीं है।’ महमूद ने आगे कहा कि ‘एक सैनिक डॉलर लेकर कैसे इस्लाम की रक्षा कर रहा है जब वो खुद मुसलमानों को मार रहा है, मस्जिदों और मदरसों में बम विस्फोट कर रहा है। वो इस्लाम के शरिया और लोगों की रक्षा कत्तई नहीं कर रहा है। कैसे वे लोग अपने रोजगार को जोखिम में डाल सकते हैं, जब वो खुद किसी के अत्याचार पर वेतन के सुख का आनंद उठा रहा हो।’ अलकायदा ने अपने संदेश में मुसलमानों से मुजाहिद और मिलिट्री मैन के बीच के अंतर को समझने की अपील की है और भारत-पाकिस्तान के मुसलमानों की रक्षा और उनके हित में जिहाद करने की अपील की है जो शरिया पर आधारित हो।