नोटबंदी ने ले ली कई जिन्दगीयां , लोगों के पास अंतिम संस्कार के लिए नहीं हैं पैसे

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आज नोटबंदी का 22वां दिन है और हर ओर नकदी को लेकर परेशानी आज भी कायम रही। नोटबंदी के चलते कई मौतों की बातें भी सामने आई हैं। ऐसा ही एक नोएडा का मामला भी प्रकाश में आया है। लंबे समय से बीमार एक 62 वर्षीय महिला फूलमति की मौत हो गयी, और अब उसके घरवालों के पास इतने पैसे भी नहीं हैं कि वो उसका दाह संस्कार कर सकें। परिवार वाले बैंक से पैसे विदड्रोल करने गए लेकिन बैंक ने ‘कैश नहीं है’ कहकर उन्हें वापस लौटा दिया।

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फूलमति के घरवाले सब्जी बेचकर अपना घर चलते हैं। उनके बेटा ने बताया कि नोएडा सेक्टर-9 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में उनका अकाउंट है जिसमें 16,000 बैलेन्स मौजूद है। उन्होने कहा, “मेरी मां को पिछले 6 महीने से कैंसर है हम उन्हें डॉक्टर के पास लेकर गए। सोमवार को उन्होने आखिरी सांस ली। उसके बाद हम दाह संस्कार करने के लिए बैंक से पैसे निकालने गए तो बैंकर्मियों ने कहा पैसे नहीं है। उसके बाद जब दोबारा हम मंगलवार सुबह पैसे लेने बैंक पहुंचे तो फिर से वही जवाब मिला कि बैंक में पैसे नहीं हैं। अब मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरी मां का अंतिम संस्कार कैसे होगा।”

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ऐसे हालत देखते हुए महिला के घरवालों ने बैंक के खिलाफ प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया और हाई अप्रोच वालों को बैंक द्वारा कैश देने का आरोप भी लगाया।

हालांकि बैंक के मैनेजर शिशुपाल का कहना है कि बैंक के पास पैसा नहीं है। उन्होने बताया, “मृतिका के घरवाले बैंक से पैसे निकालने आए थे लेकिन बैंक में पैसा ना होने के कारण वो उनकी मदद नहीं कर पाये। हम दूसरे बैंकों से पैसा मंगाने की कोशिश कर रहे हैं।”

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प्रोटेस्ट वाली जगह पर पहुंचकर कुछ पुलिस ओफिर्सस और नेताओं ने आर्थिक तौर पर परिवार की मदद की है। पुलिस के मुताबिक अब मृतिका के घरवाले उसका दाह संस्कार करने के लिए तैयार हैं।