नोटबंदी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार द्वारा की गई तैयारियों के लिए फटकार लगाई। दरअसल केंद्र सरकार के नोटबंदी के ऐलान के बाद से ही लोगों को काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र इस बात का जवाब दे कि लोगों के बीच कैश को सामान्य तरीके से क्यों नहीं बांटा जा पा रहा।
चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर, जस्टिस ए एम खनवालकर और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड की बेंच ने कहा कि नोटबंदी की वजह लोग बड़ी परेशानी में आ गए हैं। बेंच ने कहा कि कुछ लोगों को इतना सारा पैसा मिल रहा है और कुछ लोग एक नोट के लिए भी तरस रहे हैं।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पुराने नोटों को फिलहाल चलने दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘पुराने नोटों को फिलहाल सरकारी हॉस्पिटल में चलने दिया जाना चाहिए ताकि लोग दवाई ले सकें। अगर आप लोग व्यवस्था नहीं कर पा रहे तो आम लोग क्यों परेशानी झेलें?’ इसपर अटर्नी जनरल मुकल रोहतगी ने कहा कि लोग जिस भी परेशानी का सामना कर रहे हैं वह कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगी। लेकिन कोर्ट पुराने नोटों के इस्तेमाल के लिए कोई आदेश पारित ना करे।