जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कान्फ्रेंस पार्टी प्रमुख फारुख अब्दुल्लाह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर(पीओके) पर भारत के दावे पर उनकी तरफ से दिये गए विवादित बयान को सही ठहराते हुए कहा कि जब से पीओके पाकिस्तान के हिस्से में आया है, तब से वह उसी का हिस्सा रहा है, जिसे हम कभी ले नहीं पाए। उन्होने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा, “क्या अक्साई चीन को भारत, चाईना से हासिल कर सका है? आप क्यों फारूक अब्दुल्ला को ब्लेम कर रहे हैं। मैं जमीनी हकीकत को जानता हूं, वो ना हमारे हिस्से (कश्मीर) को हमसे छीन सकते हैं और ना ही हम उनके हिस्से (पीओक) को उनसे ले सकते हैं। तो फिर मुद्दा क्या है? क्या संसद में कभी कोई विधेयक पारित हुआ? और हुआ तो कितने साल पहले हुआ? क्या भारत सरकार ने विधेयक को लेकर आगे कदम उठाया? क्या हमे मसूद अजहर और बम्बई बम धमाकों को अंजाम देने वाले डॉन को कराची से लाने में सफल रहे? तो आप क्यों फारुक अब्दुल्ला पर आरोप लगा रहे हैं। मुझे राष्ट्र विरोधी कहने वाले लोग खुद राष्ट्र विरोधी हैं।”
गौरतलब है कि फारुख ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि पीओके भारत की बपौती नहीं है जिसे वह हासिल कर ले। इसके साथ ही उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दी कि वह पाकिस्तान के कब्जे से पीओके को लेकर दिखाए। उनके इस विवादित बयान की आलोचना करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि “इसमें कुछ भी नया नहीं है, जब वे (अब्दुल्ला) सत्ता से बाहर होते हैं, तो वे जम्मू कश्मीर राज्य पर सवाल करते हैं और जब उनको सत्ता वापस मिलती है तो फिर उनके लिए कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा हो जाता है।”