नई दिल्ली : देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस को पटरी पर उतरे तीन महीने से भी ज्यादा हो गया है लेकिन इसे उम्मीद के मुताबिक यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। जबकि इसी रूट पर चलने वाली भोपाल शताब्दी और ताज एक्सप्रेस में यात्रियों को जगह नहीं मिलती है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 5 अप्रैल को हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से 160 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। पर्यटकों को ध्यान में रख चलाई गतिमान गतिमान एक्सप्रेस अन्य सुविधाओं के मामले में भी अन्य ट्रेनों से अलग है। पर्यटकों को ध्यान में रखकर इस ट्रेन को दोनों ओर से शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलाया जाता है। शुक्रवार को ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद रहता है। इसलिए इस दिन यह ट्रेन नहीं चलती है। अन्य छह दिन यह हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से सुबह 8.10 बजे रवाना होकर सुबह 9.50 बजे आगरा कैंट पहुंचती है। वहीं, वापसी में आगरा कैंट से शाम 5.50 बजे चलकर शाम 7.30 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचती है।अन्य ट्रेनों की तुलना में ज्यादा है। किराया गतिमान एक्सप्रेस में यात्रियों की संख्या कम होने के पीछे वजह ट्रेन का किराया और इसका टाइम टेबल को बताया जा रहा है। अन्य ट्रेनों के मुकाबले किराया अधिक होने की वजह से गतिमान यात्रियों के मामले में गति पकड़ने के लिए अब भी इंतजार कर रही है।
भोपाल शताब्दी में चेयरकार का किराया 515 रुपये तथा एक्जिक्यूटिव क्लास का 1010 रुपये है। वहीं, गतिमान एक्सप्रेस में यात्रियों को 755 रुपये और 1505 रुपये किराया चुकाना पड़ता है। यह जरूर है कि गतिमान एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री भोपाल शताब्दी से लगभग 17 मिनट पहले आगरा पहुंच जाते हैं। लेकिन मात्र 17 मिनट के लिए यात्रियों को ढाई सौ से पांच सौ रुपये अतिरिक्त देने पड़ते हैं।