टेस्ट क्रिकेटर गौतम गंभीर भी डीयू विवाद में कूद पड़े हैं। दिल्ली के इस खिलाड़ी ने ट्विटर पर एक वीडियो डाला जिसमें गुरमेहर कौर के साथ जवानों की तस्वीर भी है। गंभीर ने लिखा कि अभिव्यक्ति की आजादी सभी के लिए बराबर है। गंभीर के मुताबिक इस बात को समझने की जरूरत है और इसे रोजाना जिंदगी के हर क्षेत्र में अपनाना है। वहीं, गुरमेहर को लेकर फिल्म जगत भी बंटता नजर आ रहा है।
The freedom of expression is absolute and equal for all!
High time we learnt that and practised it daily in every sphere of life. pic.twitter.com/iMfIanQyh1— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 1, 2017
एक तरफ अनुपम खेर और अशोक पंडित ने ट्वीट के जरिए गुरमेहर पर निशाना साधा। वहीं, विद्या बालन उनके समर्थन में आ गई हैं, उनका कहना है कि सभी को बोलने का अधिकार है। डायरेक्टर तिग्मांशु धुलिया ने इस ख़बर को बेवजह खींचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा वो बच्ची है, जब इस तरह की किसी ख़बर को बढ़ा-चढ़ा कर बताया जाता है तो बहुत दुख होता है।
इस मामले में सियासत भी जारी है और तमाम राजनीतिक दल इसको लेकर लगातार बयान दे रहे हैं। बीजेपी, कांग्रेस और जेडीयू के नेता अपने राजनीतिक नफा नुकसान को देखकर एक दूसरे के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने गुरमेहर के बहाने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया है। मनीष के कहा है कि केंद्र सरकार जानबुझकर गुरमेहर को निशाना बना रही है।
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