कांग्रेस पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने सी एल मनोज को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह इस बात की परवाह बिलकुल नहीं करते कि पाकिस्तान भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार कर रहा है। लेकिन मुझे इस बात की फिक्र जरूर है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता और पर्यवेक्षक इससे इनकार कर रहे हैं, और इस सब से देश की सेना की साख पर असर पड़ने की चिंता है।
यूपीए शासन में सर्जिकल हमले के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि यूपीए शासन में भी एलओसी के पार सेना ने कई सर्जिकल हमले किए थे और मनमोहन सिंह सरकार ने उन मामलों में ज्यादा बुद्धिमानी से काम लिया था और मोदी सरकार की तरह हल्ला नहीं मचाया था। यह ध्रुवीकरण करने की आरएसएस-बीजेपी की टिपिकल पॉलिटिक्स का नमूना है। यह बेहद गैरजिम्मेदाराना हरकत है। पिछली यूपीए सरकार ने ऐसी स्थितियों में बुद्धिमानी दिखाई थी।
जब उनसे पाकिस्तान द्वारा सर्जिकल हमला होने से इनकार के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय ने कहा:
“मुझे इसकी फिक्र नहीं है कि पाकिस्तान क्या कह रहा है क्योंकि उसकी कोई साख ही नहीं है। हालांकि मुझे इस बात पर चिंता है और क्रोध भी आ रहा है कि यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री ऑब्जर्वर ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान और यूएन के एक प्रवक्ता ने कहा कि इंडियन आर्मी ने कोई सर्जिकल हमला नहीं किया। मुझे नरेंद्र मोदी की साख की परवाह नहीं है, लेकिन भारतीय सेना की साख की परवाह है। इसकी रक्षा की जानी चाहिए।”