दिल्ली पर कब-कब हुए आतंकी हमले
2008 में दिल्ली के सरोजनी नगर बाजार में सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। पुलिस के मुताबिक, जीके के एम-ब्लॉक स्थित मार्केट में बमों को कूड़ेदान में रखा गया था। इससे पहले दीपावली से ठीक एक दिन पहले 29 अक्तूबर, 2005 को आतंकवादियों ने तीन सिलसिलेवार बम धमाके कर दहशत फैलाई थी। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ओर से पहाड़गंज मार्केट, सरोजिनी नगर मार्के और गोविंदपुरी में किए गए इन धमाकों में 62 लोग मारे गए थे और करीब 210 घायल हुए थे। इससे पहले 22 दिसंबर 2000 को लाल किले पर और 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला करने वाले भी पाक परस्त लश्कर-ए-तैयबा के ही आतंकवादी थे। लाल किले पर हमले में 7-राजपूताना राइफल्स के तीन जवान मारे गए थे। इस मामले में मो. आरिफ को फांसी की सजा भी सुनाई गई। 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमला करने वालों में लश्कर-ए-तैयबा के अलावा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों का भी हाथ था। इस हमले में पांच आतंकवादियों समेत 14 लोग मारे गए थे और 20 से ज्यादा घायल हुए थे।
सर्जिकल स्ट्राइक में मारे गए 38 आतंकी
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए। स्पेशल फोर्सेज के कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए PoK में आतंकियों के 7 कैंप तबाह कर दिए। करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 38 आतंकी मारे गए थे। आतंकियों को बचाने के चक्कर में इस स्ट्राइक में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए। सर्जिकल अटैक के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। सेना ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब में इंटरनेशनल बॉर्डर से सटे हुए गांवों को खाली करा लिया गया है।