यूएस से F-16 के बाद अब रूस से कामोव हेलिकॉप्टर पर डील की तैयारी में भारत

0
रुस
Source: Aaj Tak

रक्षा मंत्री अरुण जेटली आज(20 जून) चार दिवसीय दौरे के लिए रुस के लिए रवाना होंगे। कयास लगाए जा रे हैं कि जेटली के इस दौरे के दौरान भारत और रुस के बीच नए फाइटर एयरक्राफ्ट और कामोव हेलिकॉप्टर डील हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले भारत ने यूएस के साथ बड़ा करार किया है। अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत में एफ-16 लड़ाकू विमान बनाने के लिए सोमवार को टाटा समूह से करार किया। जिसके तहत अब भारत में भी इस कंपनी के विमान बनाए जाएंगे।

इसे भी पढ़िए :  ज़ाकिर ने टाइम्स नाऊ की खोली पोल, जारी किए दो इंटरव्यू के ऑडियो

 

अरूण जेटली अपनी 4 दिन की रूस यात्रा पर 20 जून को रवाना होंगे, वहीं 23 जून तक वहीं रहेंगे। इस दौरे पर 5वीं जेनरेशन के फाइटर एयरक्राफ्ट के अलावा कामोव हेलिकॉप्टर मंजूरी काफी अहम है। दरअसल, अरूण जेटली के दौरे से पहले रूस की डिफेंस कमेटी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत हमारे से 5वीं जेनरेशन फाइटर एयरक्राफ्ट ही खरीद सकता है। हालांकि अभी इस डील में भी पैसों को लेकर कुछ बात अटकी है। आपको बता दें कि इस दौरे में रूस से 464 टी-90 टैंक्स खरीद को लेकर भी बात हो सकती है।

इसे भी पढ़िए :  रतन टाटा की कोर टीम में मिस्त्री के लोगों को मिली जगह

 
भारत में एफ-16 ब्लॉक 70 के उत्पादन के लिए लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है। एफ-16 ब्लॉक 70 विमान भारतीय वायुसेना के सिंगल इंजन फाइटर जरूरतों के लिए उपयुक्त हैं। इससे देश के निजी क्षेत्र में रक्षा उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके पहले टीएएसएल ने सी-1390 जेड विमान के लिए एयरफ्रेम कम्पोनेंट बनाया है।

F-16 की विशेषताएं

1. F-16 फाइटर फलकॉन, एक इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट है।

2. फोर्थ जनेरेशन का सबसे आधुनिक फाइटर जेट है।

इसे भी पढ़िए :  एनएसजी में भारत की सदस्यता पर चीन बना सबसे बड़ा रोड़ा

3. सबसे एडवांस रडार सिस्टम है (Active Electronically Scanned Array)

4. उम्दा GPS नैविगेशन भी इसकी खासियत है।

5. एडवांस हथियार से लैस, इस एयरक्राफ्ट में एडवांस स्नाइपर टारगेटिंग पॉड भी है।

7. F-16 की अधिकतम गति 1,500 मील प्रति घंटे हैं।

8. यह एयरक्राफ्ट किसी भी मौसम में काम कर सकता है।

9. इसमें फ्रेमलेस बबल कॉनोपी है, जिससे देखने मे सुविधा होती है।

10. सीटें 30 डिग्री पर मुड़ी है, जिससे पॉयलट को g-फोर्स की अनुभूति कम होती है।

11. अमेरिका और अन्य 25 देश कर रहे हैं इसका इस्तेमाल।