असम के तेजपुर एयरबेस से कुछ दिनों पहले उड़ान भरने के बाद लापता हुए भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 लड़ाकू विमान का मलबा बरामद कर लिया गया है। विमान में दो पायलट सवार थे। फिलहाल पायलटों के बारे में कोई सूचना नहीं है। वायु सेना के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया, “मलबा उस स्थान के आसपास ही मिला है, जहां आखिरी बार विमान की स्थिति का पता चला था। फिलहाल मौसम खराब है और उस स्थान पर घने जंगल हैं।” एसयू-30 ने 23 मई को वायु सेना के तेजपुर अड्डे से सुबह लगभग 9.30 बजे उड़ान भरी थी। यह स्थान अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा से लगभग 172 किलोमीटर दूर है। विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। जेट विमान का संपर्क पूर्वाह्न् करीब 11.10 बजे टूट गया, जब यह तेजपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर चीन से सटे अरुणाचल प्रदेश के दौलासांग क्षेत्र में था।
इसके सर्च ऑपरेशन में भारतीय वायु सेना के चार दल, भारतीय सेना के नौ दल और राज्य प्रशासन के दो दल लगे हुए थे। यहां से चीन की सीमा करीब 200-250 किमी से कम दूरी पर है। भारतीय वायुसेना में लगभग 240 सुखोई विमान हैं। इनमें से कई विमान हादसे के शिकार हो चुके हैं। सुखोई- 30 एयरक्राफ्ट वर्तमान में दुनिया के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में शामिल है।