इन वार्ताओं में एलओसी पर कार्रवाई की स्थिति और पाकिस्तान के खिलाफ तमाम मिलिटरी ऑप्शंस पर विचार किया जा रहा है। इन बैठकों में इस दिशा में भी विचार किया जा रहा है कि अगर कूटनीतिक तरीकों से हल नहीं निकला तो सैन्य तरीकों को कैसे आजमाया जाए।
हालांकि बड़े पैमाने पर युद्ध की आशंकाएं फिलहाल नहीं दिख रही हैं। 2001 में संसद पर हमले के बाद जिस तरह से सीमा पर बड़ी फौज की तैनाती की गई थी, वैसा मोबलाइजेशन अभी नहीं दिख रहा है।
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उधर, पाकिस्तानी सेना ने भी युद्ध की आशंकाओं के मद्देनजर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। पाकिस्तानी एयरफोर्स ने गुरुवार को अपने युद्धक विमानों की लैंडिंग प्रैक्टिस के लिए देश के प्रमुख हाइवे को बंद कर दिया है। हालांकि सेना का दावा है कि यह रूटीन प्रैक्टिस है और इसका हालिया तनाव से कोई संबंध नहीं है।
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