श्रीनगर :जम्मू और कश्मीर के रजौरी सेक्टर में पाक सेना भारतीय जवानों को उकसाने के लिए बीते कई दिनों से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। इस दौरान लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रभावित इलाकों से करीब 1000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। पाकिस्तान की तरफ से रविवार सुबह करीब 7 बजे गोलीबारी की गई।बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से एलओसी से सटे 26 गांवों को टारगेट बनाया गया है। इन गांवों के 1000 से ज्यादा लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। बीते कुछ दिनों में पाक की तरफ से हुई फायरिंग में अब तक 3 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 4 जवानों सहित 9 लोग घायल हुए हैं।
Ceasefire violation by Pakistan in Chiti Bakri in Chingus area of Jammu and Kashmi's Rajouri pic.twitter.com/3phDVivf3l
— ANI (@ANI_news) May 14, 2017
हर बार माकूल जवाब मिलने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग की वजह से शनिवार शाम को भी 193 परिवारों के 743 लोगों को राहत कैंप में पहुंचाया गया था। उधर नौशेरा रीजन के 51 और मंजाकोट और डोंगी सेक्टर के 36 स्कूलों को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन राहत कैंप में लाए गए लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहा है।
पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग के चलते स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है। नौशेरा के एक निवासी ने कहा, ‘हमें कुछ नहीं चाहिए। हमें कहीं और नहीं जाना, हमें वापस अपने घर भी नहीं जाना। हम सरकार से गुजारिश करते हैं कि हमें गोली मार दे।’ रजौरी के डेप्युटी कमिश्वर शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा, ‘हमारे पास 30 रिलीफ कैंप हैं, जहां हमने लोगों को सभी सुविधाएं दी हैं। लगभग 100 अधिकारी ड्यूटी पर लगाए गए हैं।’
चौधरी ने बताया कि लगभग 20-25 गांव प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया, ‘अभी मारे गए लोगों के परिजनों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है। बाद में नियम के मुताबिक उन्हें बाकी पैसा भी दे दिया जाएगा।’ चौधरी ने यह भी बताया कि भारी गोलीबारी के बीच लोगों को निकालना थोड़ा मुश्किल होता है, पर प्रशासन कोशिश करेगा कि शाम तक सभी लोगों को इस इलाके से सुरक्षित निकाल लिया जाए।