‘स्वाति’ ने की पाक सेना की बोलती बंद, सीमा पर अब नहीं हो रही हेवी फायरिंग

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

LoC पर भारी आर्टिलरी के इस्तेमाल पर रोक है। छोटे हथियारों से फायरिंग लगातार चलती रहती है और उससे नागरिकों और बंकरों को नुकसान नहीं होता। पिछले एक साल से सीमा पार से हेवी आर्टिलरी से फायरिंग चल रही थी। इससे बहुत नुकसान हो रहा था। यहां तक कि सीमा पार स्नाइपर फायरिंग का भी इस्तेमाल हो रहा था। कोई पानी लाने भी बाहर गया, तो स्नाइपर फायरिंग से उन्हें निशाना बनाया जाता था। कहानी में मोड़ आया सर्जिकल स्ट्राइक के बाद। तब पाकिस्तान से और हेवी फायरिंग की शंका थी। उसी वक्त ये रेडार तैयार हो चुके थे। इन्हें फौरन नियंत्रण रेखा पर शिफ्ट किया गया। इन्हें तैनात किए जाने के बाद ही हेवी आर्टिलरी से फायरिंग थमने लगी। संघर्षविराम का उल्लंघन अब भी जारी रहता है, लेकिन छोटे हथियारों के जरिये।

इसे भी पढ़िए :  खुफिया एजेंसियों का दावा: दिवाली पर सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेगा पाकिस्तान, रच डाली ये साजिश

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को DRDO की लैब में बनाए इस रेडार को राजधानी में हुए एक समारोह में सेना को सौंपा। ‘स्वाति’ रेडार की क्षमता फायरिंग करने वाले हथियार की लोकेशन को 10 से 15 सेकंड में बिल्कुल सटीक खोज लेता है। यह 16,000 फीट तक की ऊंचाई वाले इलाकों में भी कारगर है। तापमान चाहे -30 हो या 55 डिग्री सेल्सियस, यह 50 किलोमीटर की रेंज तक नजर रख सकता है। सेना की ओर से 30 ‘स्वाति’ रेडार बनाने का ऑर्डर मिला है, जिनमें 6 तैयार हो गए हैं और 3 पर काम चल रहा है।

इसे भी पढ़िए :  सिमी सरगना समेत 11 को देशद्रोह में उम्रकैद, पढ़िए क्या है उनके नाम
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse