चीन से ‘दो-दो हाथ’ करने की प्लानिंग कर रहा है भारत, पढ़िए क्या करने वाला है

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में जयशंकर का बयान छपा है। उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए यह संप्रभुता का सवाल है जिसका समाधान सबसे पहले करने की जरूरत है।’ नई दिल्ली का मानना है कि आर्थिक गलियारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर भारत के स्टैंड का तिरस्कार करता है। जयशंकर ने ग्लोबल टाइम्स से कहा, ‘जहां तक बात आतंकवाद की है, तो आतंकवाद के खिलाफ चीन का काफी मजबूत और सैद्धांतिक नजरिया है। उम्मीद करते हैं कि चीन इस नजरिए पर आगे काम करेगा।’

इसे भी पढ़िए :  दलाई लामा की भारत यात्रा से आग बबूला हुआ चीन, आधिकारिक विरोध कराएगा दर्ज

भारतीय विदेश सचिव ने पेइचिंग में चीन के स्टेट काउंसलर से मुलाकात की। जयशंकर ने कहा, ‘वह भारत-चीन रिश्ते कायम रखने की दृढ़ प्रतिबद्धता की भावना के साथ यहां आए हैं।’ 2013 तक चीन में भारत के राजदूत रहे जयशंकर ने कहा कि वह ‘पुरानी यादों और बहुत अच्छी भावनाओं’ के साथ पेइचिंग आए हैं।

इसे भी पढ़िए :  बदला शिक्षा का स्वरूप, अब पढ़ाई पर होगा कुल GDP का 6 फीसदी खर्च
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse