अमेरिकी अखबार में अपने लेख में पीएम ने चीन को दिखाए तेवर, पढ़ें क्या बोले मोदी

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नरेंद्र मोदी

पीएम मोदी ने आज(27 जून) कहा कि भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंध ‘‘अकाट्य तर्क’’ पर आधारित हैं और दुनिया को आतंकवाद, कट्टरपंथी विचारधारा और गैर पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियों से सुरक्षित बनाने में दोनों देशों के हित जुड़े हैं।

 

 

वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक संपादकीय में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा है कि भारत और अमेरिका एक ऐसी गहरी और मजबूत साझेदारी बना रहे हैं जो कि बेल्टवे और रायसीना हिल से कहीं आगे तक जाती है। बेल्टवे अंतरराज्यीय 495 नामक राजमार्ग है जो वाशिंगटन डीसी के चारों ओर से गुजरता है जबकि रायसीना हिल नयी दिल्ली में भारत सरकार की सत्ता का केंद्र है। साथ ही पीएम ने कहा कि अनिश्चित नजर आ रहे वैश्विक परिदृश्य में भारत और अमेरिका विकास और नवोन्मेष के साझा मजबूत इंजनों की तरह खड़े हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली अपनी मुलाकात से पहले मोदी ने यह बातें कही हैं। इससे पहले मोदी ने पिछले जून में वाशिंगटन के अपने दौरे और अमेरिकी कांग्रेस के साझा सत्र के अपने संबोधन को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध ‘‘इतिहास की झिझक ’’ पर काबू पा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक साल बाद, मैं अमेरिका लौटा हूं और हमारे दोनों देशों के बीच मेलजोल बढ़ने का मुझे विश्वास है।’’

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के समाज और पूरे विश्व को आतंकवाद, कट्टरपंथी विचारधारा और गैर पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियों से बचाने में भारत और अमेरिका, दोनों के साझा हित हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जिसका आतंकवाद से लड़ने में चार दशकों का अनुभव है, वह इस कलंक को परास्त करने में ट्रंप प्रशासन के मजबूत इरादों को साझा करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम हमारे दोनों राष्ट्र- अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया, भारत-प्रशांत नौवहन क्षेत्र तथा साइबर स्पेस में नयी और अनुमानित चुनौतियों के समाधान के लिए पहले से ही मिलकर काम कर रहे हैं।’’ दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा अपनी दादागिरी दिखाए जाने का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कारोबार और ऊर्जा की महत्वपूर्ण जीवनरेखा माने जाने वाले समुद्री रास्तों को सभी के लिए सुरक्षित और खुला सुनिश्चित करने में भी हमारे साझा हित हैं ।’’

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