पीएम मोदी ने की मुआवजे की घोषणा
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि यातायात पुलिस को मुस्तैद कर दुर्घटना स्थल से घायलों को अस्पताल जल्द से जल्द पहुंचाने की व्यवस्था की जाए और एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर जिले के अधिकारियों ने दुर्घटना में घायल लोगों के इलाज के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मदद ली है ताकि अधिक से अधिक डॉक्टरों की सेवाएं ली जा सकें। घटनास्थल पर एंबुलेंस और रोडवेज की बसें भेजी जा रही हैं ताकि राहत कार्य तेजी से संचालित किये जा सकें। अखिलेश यादव ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वह राहत कार्य की निजी तौर पर निगरानी करें।
रेलवे ने कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं:-
ये नंबर इस प्रकार हैं-
इंदौर- 07411072
उज्जैन- 07342560906
रतलाम- 074121072
उरई- 051621072
झांसी- 05101072
पुखरायां- 05113270239
राहत कार्य की निगरानी के लिए दुर्घटना स्थल पर महानिदेशक (स्वास्थ्य) और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) को भी भेजा गया है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि कई घायल लोगों को आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया है और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया था। उत्तर-मध्य रेलवे के प्रवक्ता विजय कुमार ने कहा कि डॉक्टर और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी राहत एवं बचाव अभियानों में जुटे हैं।
आईजी ने कहा कि घायलों को इलाके में स्थित अस्पतालों में ले जाया गया है। सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। 30 से ज्यादा एंबुलेंसें काम में लगा दी गई हैं। उन्होंने बताया कि 250 से ज्यादा पुलिसकर्मी राहत एवं बचाव अभियानों में मदद कर रहे हैं। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि कई घायल लोगों को आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया है और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया था।
उत्तर-मध्य रेलवे के प्रवक्ता विजय कुमार ने कहा कि डॉक्टर और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी राहत एवं बचाव अभियानों में जुटे हैं। रेल के डिब्बों के पटरी से उतर जाने के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस दुर्घटना की प्रकृति और समय यह दिखाते हैं कि दुर्घटना पटरी में टूट-फूट के कारण हुई है। हालांकि असल वजह का पता जांच के बाद ही चल पाएगा। कुमार ने कहा कि यात्रियों को उनकी आगे की यात्रा में मदद करने के लिए बसें तैनात कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि डिब्बा संख्या S2 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। चार एसी डिब्बे भी पटरी से उतर गए हैं।