बताया जा रहा है कि अल-हिंदी और उसके मॉड्यूल के 6 सदस्य विवादास्पद धार्मिक नेता जाकिर नाइक से प्रभावित थे। करीब एक साल पहले अल-हिंदी ने इंटरनेट पर ऑनलाइन जिहादी गतिविधियों के बारे में सर्च करना शुरू किया और आईएसआईएस के पक्ष वाले पोस्ट और ब्लॉग पढ़े। इस दौरान अल-हिंदी अबु आयशा नाम के एक जिहादी ग्रुप के संपर्क में आया जो अफगानिस्तान से संचालित होता था। अबु आयशा, अल-हिंदी को लगातार आरएसएस के खिलाफ काम करने के लिए उकसाता और संघ कार्यकर्ताओं को निशाने बनाने के लिए प्रेरित करता था।
आरोपी के पास से जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं उसमें विस्फोटक बनाने का सामान, बम बनाने की नियमावली और पटाखों के पाउडर से विस्फोटक बनाने की पूरी जानकारी भी मिली। इंटेलिजेंस एजेंसियां पिछले 4-5 महीने से अल-हिंदी और उसके मॉड्यूल पर नजर बनाए हुए थीं जिसके बाद रविवार को उसकी गिरफ्तारी हुई।