प्रधानमंत्री जन धन योजना जो लोगों के हित के लिए चलाई गई थी। जिसके चलते लोगों को इसका फायदा उनेक मुश्किल समय में मिलता, ताकि लोगों को भविष्य में कोई दिककत नहीं होती। लेकिन नोटबंदी के बाद लोग इसका गलत इस्तेमाल कर रहे है। जिन लोगों के जनधन खाते में जमा कराने के लिए भी पैसे नहीं थे, अब वह इन खातों में हजारों रूपये जमा करा रहे है। जिसके बाद इस पर भी सवाल उठ रहा है कि लोग अपने पैसे जमा कराने के लिए अपने जनधन अकाउंट का इस्तेमाल क्यों कर रहे है, और अगर कर भी रहे है तो उनके पास इतने पैसे कहा से आ रहे है, कि वह हजारों रुपये अपने अकाउंट में जमा करा रहे है।
यह सिर्फ एक ही राज्य का हाल नहीं है बल्कि, दिल्ली से लेकर कोलकाता, मुंबई और जयपुर का भी यही हाल है। जयपुर के जनधन खातों में अब तक 47,201 करोड़ रूपये जमा हुए है। कोलकाता में 720 करोड़, दिल्ली में 197 करोड़, चेन्नई में 196 करोड़ और मुंबई में 160 करोड़ रूपये जमा हुए है। जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया है नोटबंदी के बाद गरीबों के जनधन खाते में अपना पैसा जमा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जो पैसा गरीब में खाते में जमा हुआ होगा, सरकार कोशिश करेगी कि वह गरीब का ही हो जाए।
जिनके पास कालाधन है वह लोग सोच रहे है कि वह ऐसा काम करके सरकार को चकमा दे देंगे। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है, इसका तोड़ भी सरकार ने पुरी तरह से तैयार रखा है। ताकि जो कालाधन बाहर आ रहा है, उसे वाइट बनाने से पहले ही पकड़ लिया जाए और भ्रष्टाचार को पुरी तरह से खत्म किया जाए।