शुक्रवार को कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले पर हमला बोला। कपिल ने कहा है कि लगभग 86% लोगों की जिंदगी पर नोटबंदी का बुरा असर पड़ा है और कई छोटे उद्योग-धंधे बंद हो रहे हैं। दरअसल इंडियन यूथ कांग्रेस के प्रेजिडेंट अमित मलिक की ओर से प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में ‘नोटबंदी और इसके असर’ पर एक चर्चा रखी गई। इस चर्चा में सीनियर कांग्रेस लीडर कपिल सिब्बल ने कहा कि किसी भी नोट को अगर हम किसी को दें और उसने उसका टैक्स अदा किया है तो वह काला धन नहीं है।
उन्होंने कहा, नोट काला या सफेद नहीं होता बल्कि उसका ट्रांजैक्शन काला या सफेद होता है। 120 करोड़ लोगों में से लगभग 70 करोड़ ऐसे लोग हैं जो 10 हजार रुपये से कम पैसे कमाते हैं, आखिर उनके पास काला धन कैसे है। जिनके पास काला धन था, वे या तो सोना खरीद चुके हैं या हवाला के जरिए अपना पैसा बदलवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत में इसके पहले भी 2 बार डिमॉनेटाइजेशन हो चुका है, लेकिन लोगों को इतनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा।
वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स असोसिएशन के पूर्व प्रेजिडेंट डॉ़. आदित्य नारायण मिश्र ने कहा कि पीएम 4 चीजों से भारत की मुक्ति चाहते हैं, गरीब, कैश, न्यायपालिका और टीचर्स। जिस तरह से लोगों को बरगलाया जा रहा है, अलर्ट होने की जरूरत है।