आत्महत्याओं पर उठाया जा रहा हैं राजनीतिक लाभ
आत्महत्याओं के राजनीतिक लाभ लेने के लिए किस-किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे है। इसका एक नजारा आप पार्टी के सभा में मरने वाले किसान गजेंद्र सिंह के मामले मे देखने को मिल रहा है। गजेंद्र के परिवार ने इस बात का विरोध जताया है कि सोशल मीडिया पर गजेंद्र की बेटी के नाम से फर्जी पेज बनाकर आम आदमी पार्टी के बारे मे दुष्प्रचार किया जा रहा है। उस फर्जी पेज को बीजेपी से जुड़े लोग शेयर कर रहे है और कमेंट दे रहे है, सबसे बड़ी बात है कि पांडीचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी भी उस पेज को हमेशा शेयर कर रही है जबकि गजेंद्र के परिवार ने किरण बेदी के घर पर फोन कर के आपत्ति जताई है। उस पेज पर गजेन्द्र सिंह की बेटी मेघा के तस्वीर के साथ यह लिखा हुआ है कि अरविंद केजरीवाल अंकल आपको हम 10 लाख के बदले 20 लाख देंगे आप मेरे पिता के हत्या करने वाले आप कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार करें।
जयपुर के महरानी कॉलेज में पढ़नेवाली मेघा सिंह उनके नाम से सोशल मीडिया में इस तरह से कैंपेन चलाने से काफी परेशान हैं। मेघा और जयपुर के एक कोचिंग संस्थान में पढ़ाने वाले गजेंद्र सिंह के छोटे भाई विजेंद्र सिंह का कहना है कि उनके पास 100 से ज्यादा लोगों के शेयर और फार्वर्ड किए ये फर्जी पोस्ट और पोस्टर आ चुका है। लोग फोन करके इस बारे में बातें कर रहे हैं, लेकिन आजतक न्यूज चैनल के दफ्तर में हम इसलिए आए हैं कि मेरे परिवार ने कभी भी इस तरह के आरोप नही लगाए हैं और ये फर्जी पोस्टर और पोस्ट है। हम लोगों को कहकर थक चुके हैं कि ये फर्जी है लेकिन सोशल मीडिया पर ये लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। शहीदों के परिवार के नाम पर इस तरह की राजनीति नही होनीं चाहिए।