जांच एजेंसियों के अनुसार, सिमी का नेटवर्क देश के लगभग 16 राज्यों में फैला है और इसके लगभग दो हजार एक्टिव मेंबर हैं। हाल के दिनों में सिमी ने अपनी गतिविधि बांग्लादेश और नेपाल तक बढ़ाने की कोशिश की है। आरोप है कि इन्हें पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से हथियार और फंड की सप्लाई होती रही है। सिमी पहली बार तब चर्चा में आई थी जब संगठन ने फिलीस्तींन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन के नेता यासिर अराफात का भारत आने पर विरोध किया था। संगठन के कार्यकर्ताओं ने 1981 में अराफात को काले झंडे भी दिखाए थे और उन्हें पश्चिमी देशों का एजेंट बताया था।
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