पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी के मुद्दे पर हर बार सवाल उठाए। उन्होंने हमेशा यही कहा की नोटबंदी का फैसला गलत है। इससे कितने लोगों को दिक्कत हो रही है इसका अंदाजा है। लोग लाइन में लग रहे है, उनकी जान जा रही है। क्या यह सब देखकर भी पीएम को कुछ फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि वे उन्हें राजनीति से हटाकर रहेंगी।
कोलकाता में नेाटबंदी के खिलाफ मार्च के दौरान ममता ने कहा, ”आज, मैं यह शपथ लेती हूं कि मैं मरूं या जीऊं लेकिन पीएम मोदी को भारतीय राजनीति से हटा दूंगी।” बंगाल की सीएम ने कहा कि बाजार, सिनेमा, जात्रा(थियेटर) सब पर असर पड़ा है लेकिन उन्हें आम लोगों की कोई परवाह नहीं। प्रधानमंत्री अचानक से भगवान की तरह यह फैसला लेकर आए। किसी से नहीं पूछा कि 500 और 1000 रुपये की जरुरत है या नहीं और नोटबंदी का एलान कर दिया।
ऐसा लगता है की जैसे वह तानाशाह सरकार चला रहे है। उन्हें किसी से कोई फर्क नहीं पड़ता। वह कहते है कि नोटबंदी से देश में भ्रष्टाचार कम होगा। कालाधन बाहर आएंगा। लेकिन उन लोगों का क्या जिनका काम ठप हो गया है। अगर नोट बंद करने ही थे तो पहले कुछ समय देना चाहिए था। ताकि ऐसी कोई दिक्कत तो नहीं आती। लोगों को इतना परेशान नहीं होना पड़ता।