मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर के कार्यक्रम में भाषण देने के बाद उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘आपने श्रम मुद्दों का उल्लेख करते हुए अपने भाषण में (स्ट्राइक) शब्द का इस्तेमाल किया।’ गत 17 अक्तूबर को पर्रिकर ने नियंत्रण रेखा के उस पार लक्षित हमला करने का फैसला किए जाने के लिए ‘आरएसएस की शिक्षा’ को श्रेय दिया था।
भाषा की खबर के अनुसार, उन्होंने उन लोगों की भी आलोचना की थी जिन्होंने सेना के आतंकवाद निरोधी अभियान के लिए सबूत मांगा। मंत्री ने संप्रग सरकार के शासनकाल में इस तरह का अभियान चलाए जाने के दावों को भी खारिज कर दिया था।
इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उनपर मुद्दे का ‘घोर राजनीतिकरण’ करने का आरोप लगाया था। पार्सेकर ने राज्य में रोजगार उन्मुख उद्योग लगाने का भी वादा किया लेकिन स्थानीय लोगों को कुछ तत्वों के खिलाफ आगाह किया था, जो श्रमिक अशांति का सहारा लेकर राजनैतिक फायदा लेने की कोशिश करते हैं।