समाजवादी पार्टी के कुनबे का झगड़ा अपने चरम पर है। अखिलेश यादव के बाद अब शिवपाल बैठक में बोल रहे हैं । शिवपाल ने कहा, पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह पार्टी नेताजी की वजह इस ऊंचाई पर पहुंची है।
भाषण के दौरान शिवपाल भावुक भी हो गए और कहा, मैं गांव-गांव साइकिल से गया, क्या मेरा कोई योगदान नहीं है। मैंने नेताजी का हर आदेश माना। क्या हमारे मंत्रालय में अच्छा काम नहीं हुआ, क्या मेरा कोई योगदान नहीं है?
अखिलेश द्वारा किए गये अलग पार्टी न बनाने के दावे पर शिवपाल ने आगे कहा, मैं अपने बेटे और गंगा जल की कसम खाकर कहता हूं कि मेरे साथ हुई बैठक में अखिलेश ने कहा था कि कि मैं नई पार्टी बना लूंगा।
शिवपाल ने कहा कि रामगोपाल जैसे लोग पार्टी में रहने लायक नहीं हैं, वे दलाली कर रहे हैं। वे समाजवादी पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी दलाली नहीं चलेगी।
शिवपाल ने अखिलेश पर सीधा वार करते हुए कहा कि उनकी शह के कारण अफसर मेरी बात नहीं सुनते। उन्होंने कहा कि जो लोग अमर सिंह पर निशाना साध रहे हैं, वे उनके पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हैं।
शिवपाल ने आगे कहा कि आज की जरूरत यह है कि हम सब मिलकर 2017 के विधानसभा चुनाव का सामना करें और साथ ही यह समय की मांग है कि नेताजी उत्तर प्रदेश का नेतृत्व संभालें।