राज्य सभा सांसद और वरिष्ठ पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता और बरखा दत्त के बीच-नोंकझोंक का एक वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। यह वीडियो पिछले महीने राजस्थान के जयपुर में हुए साहित्य महोत्सव जेएलए के दौरान हुई एक परिचर्चा का है। वीडियो में स्वप्न दासगुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त और उनकी जैसी विचारधारा रखने वालों को ‘पोस्ट-ट्रूथ’ शब्द के इस्तेमाल पर आड़े हाथों लिया है।
दासगुप्ता ने कहा कि जब जनता बरखा दत्त जैसे लोगों की सोच के उलट फैसला सुनाती जा रही है तो ऐसे लोग इसे ‘पोस्ट-ट्रूथ’ बताने लगे हैं। ये वीडियो पिछले महीने राजस्थान के जयपुर में हुए साहित्य महोत्सव जेएलए के दौरान हुई एक परिचर्चा का है। वीडियो में मंच पर गीतकार प्रसून जोशी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी मौजूद दिख रहे हैं।
वीडियो में स्वप्न दासगुप्ता कह रहे हैं, “प्रसून जोशी ने पूछा कि ‘पोस्ट-ट्रूथ’ शब्द कितने लोगों ने सुना है? मैं इस सवाल को थोड़ा घुमाकर पूछना चाहूंगा। कितने लोगों ने “पोस्ट-ट्रूथ” शब्द दो साल पहले सुना था?” जब केवल एक आदमी ने भीड़ में से हाँ में हाथ मिटाया तो स्वप्न दासगुप्ता ने व्यंग्य करते हुए कहा, ‘केवल एक..बहुत अच्छा है आपके लिए सर!’ दासगुप्ता ने कहा कि ट्रूथ (सच) और “पोस्ट-ट्रूथ” का हव्वा मीडिया का खड़ा किया हुआ है।
स्वप्न दासगुप्ता ने बरखा दत्त द्वारा ‘पोस्ट-ट्रूथ’ पर की गयी टिप्पणी पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा, “पिछले डेढ़ सालों में क्या बदला है?” दासगुप्ता ने बरखा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कुछ लोगों को लगता था कि सच और ज्ञान पर उनका कब्जा है।” दासगुप्ता ने कहा कि जब ऐसे लोग ब्रिटेन में ब्रेक्जिट (यूरोपीय संघ से निकलने) पर उनसे सहमत नहीं हुई तो ऐसे लोग उसे ‘पोस्ट-ट्रूथ’ बताने लगे। दासगुप्ता के कटाक्ष पर बरखा ने कहा, “मॉडरेटर पर हमला मत कीजिए। मैं स्पीकर नहीं हूं इसलिए मैं आपका जवाब नहीं दे पाऊंगी।” बरखा के टोकने के बावजूद दासगुप्ता ने उनकी खिंचाई जारी रखी।
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