केन्द्र सरकार द्वारा ब्लैक मनी पर काबू पाने के उद्देश्य के साथ उठाए गए इस कदम के बाद देर रात नोएडा में भ्रष्टाचार का एक नया रूप देखने को मिला। देर रात तक खुली रहने वाली दुकानों पर 500 रुपए के नोट की कीमत 400 रुपए तक लगाई गई। नोएडा सेक्टर 62 की पुलिस चौकी के बगल में स्थित सैंडविच शॉप पर दुकानदार, कस्टमर्स से खुले आम 500 के नोट को 400 रुपए में लेने की बात करते दिखे। कस्टमर्स के द्वारा समझाने के बाद भी दुकानदार अपनी बात पर अड़े रहे। अन्य दुकानों का विकल्प न होने के कारण कुछ कस्टमर्स को दुकानदार की जिद के आगे झुकना पड़ा तो कुछ भूखे पेट सोने को ही मजबूर हो गए।
नोएडा के एक कॉल सेंटर में काम करने वाले अक्षय ने कहा, ‘मैं नाइट शिफ्ट के बाद दुकान पर कुछ खाने आया था लेकिन अब 70 रुपए वाले सैंडविच के मुझसे 170 रुपए मांगे जा रहे हैं। मेरे पास चेंज नहीं है और आस-पास कोई और दुकान भी नहीं है।’ एक अन्य कस्टमर सुनील ने 30 रुपए की कॉफी 130 रुपए में ली तभी पुलिस आ गई और सुनील को वहां से भगा दिया। वहीं इस बारे में चौकी इंचार्ज कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा, ‘मेरे पास ज्यादा पैसे लेने की कोई शिकायत नहीं आई है। देर रात दुकान खोलने की अनुमति नहीं है इसलिए मैंने दुकान बंद करने को कहा।’ हालांकि वह कस्टमर्स को ‘भगाने’ के सवाल पर कन्नी काट गए।
‘बिना तैयारी के लिया फैसला’
500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने के बाद लोगों में काफी रोष देखने को मिला। एटीएम से रुपए न निकलने पर मायूस निकलती प्रतिभा ने कहा, ‘सरकार ने बिना तैयारी के बैन लगा दिया है। सोचा था कि सुबह एटीएम से रुपए निकालकर ऑफिस जाऊंगी लेकिन जैसे ही टीवी पर देखा तो तुरंत यहां आई, आधे घंटे तक लाइन में लगने के बावजूद मायूस ही लौटना पड़ रहा है। अब सुबह ऑटो से ऑफिस जाने तक के पैसे नहीं हैं। कल बैंक और एटीएम भी बंद हैं।’
‘2 दिन की बात, हम सरकार के साथ’
जहां एक ओर लोग सरकार के फैसले की निंदा करते दिखे, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग सरकार के फैसले के साथ भी खड़े दिखे। नोएडा निवासी प्रखर बाजपेयी ने कहा, ‘मैं आज एटीएम से रुपए नहीं निकाल पाया लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरी 2-4 दिन की परेशानी के बाद अच्छे दिन की आहट दिखने लगेगी।’ प्रखर के मुताबिक, सरकार का यह फैसला ब्लैक मनी वालों के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ है।