पिछले बार माओवादियों ने 2010 में एक ट्रेन को टारगेट किया था जिसमें एक माल गाड़ी ज्ञानेश्वरी एक्स्प्रेस में जा भिड़ी थी। इस हादसे में करीब 100 लोगों की जान चली गयी थी। यह एक्सिडेंट वेस्ट बंगाल के झारग्राम में हुआ था। सीबीआई ने इस अपराध के लिए माओवादी समर्थित मनुह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लिखे गए पत्र के आधार पर, कम से कम छह ट्रेन दुर्घटनाओं में तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए, तीन मामलों को एनआईए को दिया गया।
कुनेरु रेल हादसे के अलावा दो और हादसों के आतंकी लिंक होने को लेकर जांच चल रही है। इनमें कानपुर का इंदौर-पटना एक्स्प्रेस रेल हादसा और बिहार के घोरसान ट्रेन हादसे शामिल हैं।
गौरतलब है कि 22 जनवरी को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के कुनेरू स्टेशन के पास हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन सहित 8 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। जिसमें करीब 40 लोगों की मौत हो गयी थी।