खादी ग्राम उद्योग आयोग (केवीआईसी) के कैलेंडर और डायरी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर विपक्ष के हमलों का केवीआईसी ने जवाब दिया है। उसने इस मामले पर हो रही राजनीति को आधारहीन और बेबुनियाद बताया है। केवीआईसी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि इससे पहले भी कई बार केवीआईसी के सामानों पर बापू की तस्वीर नहीं थी। उन्होंने कहा कि साल 1996, 2005, 2011, 2013 और 2016 में भी आयोग के कैलेंडर और डायरी पर महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि एेसा कोई नियम नहीं है कि कैलेंडर पर बापू की तस्वीर होनी ही चाहिए। यह कहना गलत होगा कि बापू की तस्वीर को पीएम मोदी ने रिप्लेस कर दिया है।
वहीं महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने कहा कि बापू की तस्वीर हटाने के पीछे केंद्र सरकार की सोची समझी रणनीति है, ताकि वह अपनी साख बढ़ा सके। तुषार ने मीडिया से कहा कि इस सरकार को गलतियां करने की आदत हो गई है, लेकिन यह गलती नहीं लगती। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि वह केवीआईसी को भंग करें क्योंकि यह एक अयोग्य और अक्षम संस्था है।