रेलवेसुरक्षा आयुक्त पीके मिश्रा की मंजूरी मिलते ही यह तकनीक देशभर में उपलब्ध होगी। अब तक आरडीएसओ ने ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम का ट्रायल कर लिया है। यह तकनीक निशातपुरा (भोपाल) में लगाई गई है। अब रेल संरक्षा आयुक्त को इसकी मंजूरी देने के लिए प्रपोजल भेजा जा चुका है।
अभि सिग्नल कंट्रोल करने का काम रूट रिले इंटरलॉकिंग पैनल में स्टेशन मास्टर द्वारा किया जाता है। मान लीजिए किसी ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर एक पर आना है। स्टेशन मास्टर के सामने संबंधित प्लेटफार्म से जुड़ा एक बटन होता है। इसे पुश करते ही इसका सिग्नल चालू हो जाता है और अन्य लूप लाइनें इससे दूर हो जाती हैं। ट्रेन एक नंबर प्लेटफार्म पर आकर ही रुकती है। ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम लागू होने के बाद लैपटॉप डेस्कटॉप से सिग्नल कंट्रोल हो सकेंगे।
अगली स्लाईड में देखिए भारतीय रेलवे की रफतार































































