भारत के मुखर विरोध के बावजूद पाकिस्तान ने सिंधु नदी पर प्रस्तावित 14 बिलियन डॉलर डैम प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए फाइनेंसिंग प्लान को पास कर दिया है। इस बात की पुष्टि रेडियो पाकिस्तान के हवाले से हुई है। आपको बता दें कि पाकिस्तान ने इस डैम की प्लानिंग करने के बाद वर्ल्ड बैंक को अप्रोच किया था मगर वर्ल्ड बैंक ने उसके ऑफर को स्वीकार नहीं किया था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज सैंद्धांतिक तौर पर 4500 मेगावाट क्षमता वाले दियामेर-बाशा डैम के लिए फाइनेंस प्लान को अप्रूव किया है। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट की मानें तो प्रधानमंत्री ने अपने वाटर एंड पावर सेक्रेटरी से इस डैम पर तेजी से आगे बढ़ने को कहा है।
गौरतलब है कि इस डैम का फाइनेंशियल प्लान आत्मनिर्भरता पर आधारित है। इस डैम को बनाए जाने में एक बड़ा हिस्सा पब्लिक सेक्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम और वाटर एंड पावर डेवलपमेंट अथॉरिटी (WAPDA) के साझे कार्यक्रम से आता है।
पाकिस्तान ने इस डैम की प्लानिंग करने के बाद वर्ल्ड बैंक को अप्रोच किया था मगर वर्ल्ड बैंक ने उसके ऑफर को स्वीकार नहीं किया। वहीं एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भी उनकी 14 बिलियन डॉलर की मांग को नकार दिया। यह डैम विवादित गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में बन रहा है। भारत इस हिस्से को राजसी जम्मू कश्मीर के हिस्से में मान कर चलता है। भारत इस डैम के निर्माण पर हमेशा से मुखर विरोधी रहा है।
इस समय जब उरी अटैक के बाद भारत इस डैम के निर्माण का विरोध कर रहा है और वर्ल्ड वर्ल्ड बैंक-एशियन डेवलपमेंट बैंक जैसे अग्रणी बैंकिंक संस्थान भी इस मामले में पाकिस्तान का साथ देने से मना कर चुके हैं। उसी समय में दियामेर-बाशा प्रोजेक्ट और भी महत्वपूर्ण मुद्दा बन जाता है।