पाकिस्तानी सेना ने फिर किया दावा, भारत को हुआ दुगना नुकसान

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LoC पर जारी लगातार झड़पों के बीच पाकिस्तान के आला सैन्य अफसर ने अपने बयान में इस बात का दावा किया है कि भारतीय सेना के जवान दुगनी संख्या में मारे गए हैं। 10वीं पलटन के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मलिक जफर इकबाल ने कहा, ‘हमारे केवल 20 सैनिक मारे गए जबकि उन्होंने 40 से ज्यादा जवानों को खोया है।’

एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार इकबाल उत्तर के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गिलगित-बल्टिस्तान क्षेत्र के दौरे पर थे जहां उन्होंने नागरिक समाज के लोगों और सैन्य अधिकारियों को संबोधित किया।

इकबाल ने दावा किया कि सैन्यकर्मियों की मौत का आंकड़ा बढ़ने के साथ ही विरोधी पक्ष के लिए संघर्षविराम का उल्लंघन करना महंगा सौदा बनता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर वे दिन के दौरान संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हैं तो हम इसका बदला शाम से पहले ही ले लेते हैं लेकिन अगर वे ऐसा रात के समय ऐसा करते हैं तो हम सूरज उगने से पहले ही इसका माकूल जवाब देते हैं।’ इससे पहले पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने दावा किया था कि नियंत्रण रेखा पर हाल में हुई झड़पों में भारतीय सेना के कम से कम 40 जवान मारे गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय सेना जनता की नाराजगी के डर से अपनी क्षति को छिपा रही है। उन्होंने दावा किया कि भारत ने अपने खुफिया ढांचे के भीतर विशेष खंड स्थापित किया है जिसका काम सीपीईसी में अवरोध उत्पन्न करना है। इकबाल ने कहा, ‘लेकिन हम दुश्मन के गंदे इरादों को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।’

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पाकिस्तान की तरफ से किए गए उरी हमले का जवाब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया। जिसके बाद से पाकिस्तान 50 से ज़्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन किया जा चुका है। सीमा पर सीजफायर के उल्लंघन में भारतीय सेना के कई जवान शहीद हो गए हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना के भी कई जवान मारे गए। हालांकि, पाकिस्तानी सेना का दावा है कि भारत की तुलना में उनका नुकसान कम हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना द्वाार सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के दावे का भी खंडन किया था। पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि भारतीय सेना ने पीओके में किसी तरह का कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया, केवल दोनों पक्षों में झड़प हुई थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए थे।

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