कांग्रेस उपाध्यक्ष और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाक़ात को लेकर दोनों पक्षों में हंगामा मच गया है। आपको बता दें कि सत्र के आखिरी दिन राहुल अपने नेताओं के साथ मोदी से मिले थे। जिसके बाद विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के भीतर भी असंतोष है। सबसे ज़्यादा नाराजगी पूर्व केन्द्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के कद्दावर नेता विप ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर है। कहा जा रहा है कि उन्हें की सलाह पर राहुल ने पीएम से मिलने का समय मांगा था।
पार्टी के अंदर यह बात मानी जा रही है कि विपक्षियों को एकजुट रखने की कवायद पर इस एक कदम से पानी फिर गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को ऐन वक्त पर इस मुलाकात की जानकारी दी गई और उनसे इस मुलाकात के लिए आने के लिए कहा गया था। उनके अंदर असंतोष इस वजह से भी है कि इन्हें समय लेने से पहले न तो भरोसे में लिया गया और न ही जानकारी दी गई।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के कुछ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लिखित तौर पर अपना असंतोष जाहिर किया है। एक तरफ जहां पीएम से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात को ले कर नाखुशी जाहिर की गई है, वहीं दूसरी ओर इसका सारा ठीकरा सिंधिया के सिर पर फोड़ दिया गया है।
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