गुजरात के ऊना में दलित नौजवानों के साथ हुई हिंसा के मामले ने सड़क से लेकर संसद तक तूल पकड़ लिया है। गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीड़ितों से मिलने ऊना के समढियाला गांव पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कुमारी शैलजा और कई कांग्रेसी नेता भी थे।
बुधवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा में इस मसले पर जवाब दिया और कहा, ‘इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। पीएम मोदी ने विदेश से लौटते ही 12 जुलाई को मुझसे बात की थी और घटना की जानकारी ली थी। वह इससे बहुत आहत थे।’ गृह मंत्री ने कहा कि मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
11 जुलाई को कथित गोवध के लिए तथाकथित गोरक्षा दल द्वारा कुछ युवकों की पिटाई के बाद से आत्महत्या की कोशिश करने वाले दलितों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। दलितों ने गोवध से इनकार किया था और कहा था कि उन्होंने केवल एक मृत गाय की चमड़ी निकाली थी।
दलितों की पिटाई के बाद वहां दलित समुदाय में भारी गुस्सा है और बुधवार को बुलाए गए गुजरात बंद के दौरान कुछ जगहों पर हिंसा की घटनाएं हुईं।