दिल्ली
आरएसएस सबंन्धी अपने बयान पर कायम रहने के संबंध में राहुल गांधी द्वारा उच्चतम न्यायालय में दिए गए बयान के बाद कांग्रेस ने यह लड़ाई संघ के पाले में डालने का प्रयास किया और कहा कि ‘‘कोई सच्चा हिन्दू कभी नहीं महात्मा गांधी की हत्या कर सकता था।’’ कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई सच्चा हिन्दू कभी नहीं महात्मा गांधी की हत्या कर सकता था। आरएसएस को बताना चाहिए कि नाथूराम गोडसे सच्चा हिन्दू था या नहीं।’’ राहुल गांधी की ओर से उच्चतम न्यायालय में पेश सिब्बल ने कहा, ‘‘हम अंत तक लड़ेंगे क्योंकि यह लड़ाई कानूनी नहीं बल्कि राजनीतिक है। मैं समझता हूं कि यह तय करेगा कि कौन सच्चा हिन्दू है।’’ राहुल ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि वह अपने शब्द पर कायम हैं जो उन्होंने आरएसएस से जुड़े लोगों के महात्मा गांधी की हत्या के पीछे होने के बारे में 2014 में एक चुनावी रैली में कहा था।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी संवाददाताओं से बातचीत करते हुए इस मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल ने महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस को गैरकानूनी घोषित किया था। उन्होंने कहा कि नफरत और हिंसा के लिए देश में सक्रिय तत्वों को समाप्त करने के लिए ऐसा किया गया था।
सुरजेवाला ने कहा कि महात्मा गांधी हत्या मामले में नाथूराम गोडसे के साथ सह.आरोपी गोपाल गोडसे ने एक किताब ‘‘गांधी वध और मैं’’ लिखी थी तथा साफ कहा था कि आरएसएस उन तीनों भाइयों के लिए ‘‘दूसरा घर’’ था।
गोपाल ने कहा था कि नाथूराम महाराष्ट्र में आरएसएस की सांगली शाखा का बौद्धिक प्रमुख था।