दिल्ली:
बिहार में शराबबंदी के तहत की गई गत अप्रैल महीने से पिछले अगस्त महीने तक की गयी कार्रवाई के दौरान उत्पाद अधिनियम का उल्लंघन करने के मामले में कुल 13839 व्यक्तियों को गिरफ्तार किए जाने के साथ 11679 लीटर भारत में निर्मित विदेशी शराब और 92291.47 लीटर देशी शराब जब्त की गयी।
उत्पाद विभाग के आयुक्त आदित्य कुमार दास ने आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि 1 अप्रैल से 31 अगस्त तक की गयी कार्रवाई के दौरान कुल 13839 व्यक्तियों को गिरफ्तार किए जाने के साथ 11679 लीटर भारत में निर्मित विदेशी शराब और 92291.47 लीटर देशी शराब जब्त की गयी।
उन्होंने बताया कि पिछले पांच महीने के दौरान जब्त की गयी शराब में से 23651.50 लीटर अन्य राज्यों से तस्करी कर लाए गए थे।
उत्तर प्रदेश से 8653.83 लीटर, पश्चिम बंगाल से 5597.82 लीटर, हरियाणा से 3940.98 लीटर, पडोसी देश नेपाल से 470.16 लीटर, अरूणाचल प्रदेश से 1.65 लीटर और 13.75 लीटर शराब अन्य राज्यों से तस्करी कर बिहार लायी गयी।
उत्तर प्रदेश से तस्करी कर लायी गयी शराब में सबसे अधिक 8334.26 लीटर बिहार के कैमूर जिला में जब्त की गयी जबकि 165.44 लीटर गोपालगंज और 94.16 लीटर बक्सर जिला में जब्त की गयी।
पडोसी राज्य झारखंड से बिहार के किशनगंज जिला में सबसे अधिक 4817.97 लीटर शराब जब्त की गयी जबकि रोहतास जिला में 973 लीटर और उसके बाद बेगूसराय और मधेपुरा में शराब जब्त की गयी। इस अवधि के दौरान अन्य राज्यों से तस्करी कर बिहार में 4660.15 लीटर देशी शराब लायी गयी जिसमें से सबसे अधिक 2451.05 लीटर झारखंड से और 1813.73 लीटर नेपाल से लायी गयी।
उत्तर प्रदेश से 166.93 लीटर देशी शराब तस्करी कर लायी गयी जिसमें से 119.55 लीटर गोपालगंज से जब्त की गयी। जहां कथित जहरीली शराब पीने हाल ही में 18 लोगों की मौत हो गयी।
उत्पाद विभाग के आयुक्त आदित्य कुमार दास ने बताया कि बिहार में पूर्णशराबबंदी के मद्देनजर इसमें अधिक मुनाफा को देखते हुए इसकी तस्करी में कुख्यात अपराधियों के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हुई।
उन्होंने कहा कि पडोसी राज्यों की सीमा पर शराब की बिक्री और तस्करी को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के तहत पडोसी झारखंड राज्य के 11 सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारी के साथ आगामी 6 सितबंर को कोडरमा में एक बैठक आयोजित की जा रही है जिसमें बिहार के उत्पाद विभाग के प्रधानसचिव भी मौजूद रहेंगे।