रामदेव ने कहा कि नोटबंदी की अवधि पूरी होने के बाद जब पैसे की जांच शुरू हो तो आरबीआई, इनकम टैक्स विभाग और बैंकों के अधिकारियों को ईमानदार लोगों को परेशान नहीं करना चाहिए। रामदेव ने कहा कि गलत ढंग से टैक्स लगाने से भय पैदा होता है और अगर लोगों को आरबीआई और इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों से ‘ऐसा ही खतरा’ महसूस होगा तो यह देश के लिए ठीक बात नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘किसी भी कीमत पर लोगों का भरोसा नहीं टूटना चाहिए।’
डिजिटल पेमेंट के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि सरकार को कार्ड स्वाइप मशीनों से पेमेंट्स पर ट्रांजैक्शन चार्ज घटाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘2-2.5% का मौजूदा रेट बहुत ज्यादा है। इससे व्यापारियों और कंपनियों पर खराब असर पड़ेगा।’
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का ‘नोटबंदी एक घोटाला है’ के आरोप को खारिज करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, ‘इससे इकॉनमी को सही रास्ते पर लाया गया है। बैंकिंग सिस्टम को इससे बड़ा लाभ होगा।’