बीजेपी के करीबी माने जाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि नोटबंदी से पैदा हुई कैश की तंगी नया साल शुरू होने तक दूर की जानी चाहिए। इकनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बाबा ने कहा कि प्रशासन के सामने यह सुनिश्चित करने की चुनौती है कि सरकार पर लोगों के भरोसे को कोई झटका न लगे।
रामदेव ने कहा कि जिन बैंक अधिकारियों ने ‘मोदीजी के नोटबंदी के मिशन के साथ विश्वासघात किया है’, उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों को ‘उम्रकैद’ की सजा मिलनी चाहिए। रामदेव ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि मोदीजी दोषी और भ्रष्ट अधिकारियों को नहीं छोड़ेंगे, जिन्होंने उनकी और इस देश के लोगों की पीठ में छुरा घोपा है।’ उन्होंने कहा कि नोटबंदी के सरकारी निर्णय को लागू करने के दौरान लोगों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। उद्योगों को कुछ वक्त के लिए हुआ नुकसान तो दूर हो जाएगा, लेकिन अगर किसी मजदूर को महीने में चार बार कतारों में खड़ा रहना पड़े तो हर उस दिन वह अपनी मजदूरी से हाथ धोएगा। ऐसी दिक्कतों ने मोदीजी के मिशन को बड़ा धक्का पहुंचाया है।
योगगुरू ने कहा कि प्रक्रिया से जुड़ी इन समस्याओं के कारण लोगों को बहुत परेशानी हो रही है और कुछ लोगों की नौकरी भी चली गई है। उन्होंने कहा, ‘आरबीआई के कुछ अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। ऐसे विश्वासघात की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है।’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था से जुड़े मामलों में किसी भी नेता से ज्यादा विश्वास लोग आरबीआई गवर्नर पर करते हैं।