राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि मैं 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई देता हूं। हमारी अर्थव्यवस्था चुनौतीपूर्ण वैश्वक गतिविधियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
राष्ट्रपति ने नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा कि इसका असर अच्छा होगा और डिजिटल पेमेंट से लेनदेन में भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र ने हमें अधिकार दिए हैं, लेकिन इसके साथ हमें कर्तव्यों को भी निभाना होगा।
-सरकार के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं लोगों की भलाई के लिए.
-स्वच्छ भारत अभियान गांधी जी की जयंती को शुरू किया गया.
-मनरेगा जैसे कार्यक्रमों पर खर्च बढ़ा है, गांवों में रोजगार बढ़ा है.
-डायरेक्ट ट्रांसफर से पारदर्शिता बढ़ी है पैसा सही हाथों में पहुंचा है.
-विचारों में विविधता लोकतंत्र के पुष्पित-पल्लवित होने के लिए जरूरी हैं.
-हजारों साल से हम अलग-अलग विचारों, मतों के लिए साथ-साथ रह रहे हैं.
-हमारे लोकतंत्र की ताकत इस तथ्य से प्रमाणित होती है कि 2014 के चुनाव में 65 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
-हमें ये मानना होगा कि हमारा सिस्टम परफेक्ट नहीं हैं, इसकी खामियों की पहचान कर उन्हें सुधारना होगा.
-हमने जनता से जो वादे किए हैं, उनहें पूरा करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी है.
-गरीबी अब भी बड़ी समस्या बनी हुई है, हमें फूड सिक्योरिटी सुनिश्चित करनी है.
-गांवों में लोगों को बेहतर जीवन स्तर उपलब्ध कराना है.
-महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित वातावरण देना है.
-हमें अपने सैनिकों के कल्याण के लिए काम करना है जो हमें आंतरिक और बाहरी खतरे से बचाते हैं.