सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय टोल टैक्स के लिए 5 से 100 रूपये तक के हाई सिक्योरिटी कूपन लाने की योजना बना रही है। सरकार का ये फैसला छुट्टे पैसों की किल्लत के चलते लिया जा रहा है। मतलब इन कूपनों का इस्तेमाल नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स देने और वाहन चालकों को टोल काटने के बाद शेष राशि के रूप में दिये जाने के लिए होगा। माना जा रहा है कि सरकार का ये फैसला इस निर्देश के मद्देनजर लिए जा सकता है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स की छूट 2 दिसंबर से आगे नहीं बढ़ाई जा सकती।
देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर 2 दिसबंर की आधी रात से टोल लिया जाना शुरू हो जाएगा। सरकार ने नोटबंदी के बाद हो रही दिक्कतों को टोल वसूली पर रोक लगाई थी जिसे 24 नवंबर को दो दिसंबर तक बढ़ा दिया गया था। निम्न दर की मुद्राओं की किल्लत के चलते टोल चुकाने वालों को छुट्टे पैसे देना अभी भी चुनौती रहेगी। एक सूत्र ने बताया कि परिवहन मंत्रालय ने 5, 10, 50 और 100 रुपए के कूपन लाने का प्रस्ताव रखा है, जिन्हें प्रमुख टोल प्लाजा पर जारी किया जाएगा। वाहन चालक इन कूपन को खरीद सकेंगे और देश के करीब 400 टोल प्लाजा पर इस्तेमाल कर सकेंगे।
500 रुपए के पुराने नोट का इस्तेमाल करके इन कूपन को खरीदा जा सकेगा। बता दें कि सरकार के निर्देश हैं कि टोल नाकों पर 15 दिसंबर तक 500 रुपए के पुराने या अप्रचलित नोट लिए जाएंगे। हालांकि, मंत्रालय इस बात पर भी विचार कर रहा है कि कूपन खरीदने के लिए 500 के नोट की मियाद 31 दिसंबर तक बढ़ा दी जाए। इसके अलावा एसबीआई व अन्य बैंकों की मदद से टोल प्लाजों पर पर्याप्त संख्या में स्वाइप मशीनें लगाई जाएंगी ताकि कार्ड से भुगतान सुगम बनाया जा सके।
सेफ़्टी के तौर पर इस कूपन में एक बारकोड, NHAI लोगो के साथ होलोग्राम और सीरियल नंबर जैसे सिक्योरिटी फीचर्स होंगे। जो नकली कूपन से बचने में मददगार साबित होंगे। इसके अलावा एक तो इन कूपन को कालाधान रखने वाले और कालाबाजारी करने वालों की पहुंच से दूर रखा जाएगा। साथ ही इसके लिए ये नियम होगा कि कूपन सिर्फ मंत्रालय के अधिकारियों से ही खरीदा जा सकता है, ताकि कोई भी इन्हें थोक में ना खरीद सके।