दूसरी ओर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने यहां कहा कि पार्टी का लीगल सेल जूही को जमानत पर रिहा कराने का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी फिलहाल जूही को न तो अपराधी मान रही है ना ही बेकसूर। इस मामले में कानून अपना काम करेगा। जलपाईगुड़ी जिले के एक बाल संरक्षण गृह से 17 बच्चों के गायब होने के खुलासे के बाद खुफिया विभाग की जांच से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ था।
संरक्षण गृह की प्रमुख चंदना ने इन तमाम घपलों की जिम्मेदारी जूही पर मढ़ दी है। उसने पुलिस को बताया है कि आश्रय नामक इस संरक्षण गृह के लिए केंद्रीय महिला व बाल कल्याण मंत्रालय से 22.5 रुपए लाख का अनुदान हासिल करने के लिए दोनों भाजपा नेताओं-रूपा गांगुली व विजयवर्गीय की सहायता ली थी। सूत्रों के मुताबिक इसके एवज में जूही ने इन दोनों को महंगे उपहार दिए थे।
लेकिन विजयवर्गीय ने यह कहते हुए इन आरोपों का खंडन किया है कि पुलिस अब तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर चल कर उनको इस मामले में फंसाने की साजिश रच रही है। दूसरी ओर, खुफिया विभाग का दावा है कि उसके पास चौधरी व विजयवर्गीय के सचिव के बीच हुई बातचीत की आडियो क्लिप है। जांच टीम ने अभियुक्तों के कब्जे से एक डायरी बरामद करने का भी दावा किया है। उसे पता चला है कि जूही ने मुख्य अभियुक्त चंदना के साथ दो फरवरी को दिल्ली का दौरा किया था और वहां कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की थी।
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