नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट सरसों की जीएम फसल के व्यावसायिक उपयोग शुरू करने पर रोक लगाने और खेतों में इसके प्रशिक्षण को प्रतिबंधित करने संबंधी याचिका पर शुक्रवार(7 अक्टूबर) को सुनवाई करेगा। मुख्य न्यायधीश टी.एस. ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस पर सुनवाई करने पर सहमति जताई है। अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने इस पर तुरंत सुनवाई के लिये जोर दिया।
यह याचिका अरणा रोड्रिग्स ने दायर की है। याचिका में न्यायालय से जीएम सरसों का खुले खेत में प्रशिक्षण करने को रोकने और एचटी सरसों डीएमएच 11 और इसकी मूल श्रृंखला के दूसरे बीजों सहित हर्बिसाइड टालरेंट (एचटी) के व्यावसायिक उपयोग शुरू करने पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है। तकनीकी विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट में इसकी सिफारिश की गई थी।
याचिका में किसी भी अन्य जीएम फसल के व्यावसायीकरण पर रोक लगाने का भी आग्रह किया गया है। इसमें कहा गया है कि सरसों एचटी डीएमएच 11 और इसके एचटी मूल बीज से जो संपर्क प्रभाव होगा उसका कोई उपचार नहीं होगा और वापस मूल स्थिति में आना मुश्किल होगा।
याचिका में तकनीकी विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों के क्रियान्वयन के बारे में अदालत से निर्देश देने का आग्रह किया गया है।