सेना और सुरक्षा बलों ने बुधवार को कश्मीर के शोपियां जिले में अब तक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। आंतकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कर तलाशी ली। इस सर्च ऑपरेशन में करीब एक हजार जवानों को लगाया गया। सर्च अभियान जैनापोरा इलाके के हेफ गांव से शुरू किया गया। इस दौरान भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों को तलाशी अभियान वापस लेना पड़ा.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासियों की ओर से सुरक्षा बलों पर पथराव किये जाने के चलते अभियान बाधित हुआ। पत्थरबाजों को हटाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी इस इलाके में बुलाए गये हैं। हिंसक झड़पों में आतंकी सद्दाम पडर के एक रिश्तेदार समेत करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। शोपियां जिले के जेनपोरा इलाके में हफ व श्रीमाल गांव आपस में सटे हुए हैं। इनके साथ कुछ और छोटे गांव भी हैं। पत्थरबाजों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़पों में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल कोई उग्रवादी या उनके ठिकाने नहीं ढूंढ़ पाये। इसलिए अभियान वापस ले लिया गया।
आपको बता दें कि तलाशी अभियान पहले तो बिना किसी रुकावट के चला, लेकिन सुबह आठ बजे तनाव बढ़ने लगा। कुछ ही देर में लोग अपने घरों से बाहर निकल कर उत्तेजक नारेबाजी करते हुए जमा हो गए। उन्होंने सुरक्षाबलों को तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाने से रोकते हुए पथराव शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों में ये दूसरा सबसे बड़ा तलाशी अभियान था। चार मई को करीब दो दर्जन गांवों में पूरे दिन चले तलाशी अभियान में सुरक्षा बलों को कुछ नहीं मिला था। इस अभियान में 4000 से ज्यादा सैनिक शामिल थे। उस दिन आतंकियों ने अभियान से लौटते सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया था। इसमें एक टैक्सी चालक की मौत हो गयी थी और कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गये थे।
पाकिस्तान से भी हुई फायरिंग
पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों पर भीषण गोलीबारी और 82 एमएम और 120 एमएम के मोर्टार दागे. पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार की देर रात 12:50 बजे गोलीबारी करना शुरू की, जो डेढ़ बजे तक लगातार चली. सेना के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया.