“सिमी के आतंकियों का एनकाउंटर हुआ या मर्डर ?”

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भोपाल

भोपाल में जेल से भागे सिमी के आठ आतंकियों के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना पर हर और सवाल उठ रहे है। ये सभी सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सेन्ट्रल जेल से फरार हो गए थे। इस घटना के बाद से ही राजनीतिक दलों द्वारा एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठ रहे है। एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस, लेफ्ट, एआईएमआईएम और आप ने न्यायिक जांच की मांग की है।

एनकाउंटर पर विपक्ष ने उठाए सवाल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा, ‘कोई गलत करता है तो एनकाउंटर होते हैं। लेकिन इस मामले में हमें संशय है। इस एनकाउंटर का खुलासा होना चाहिए।’

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने विडियो का हवाला देते हुए एनकाउंटर पर सवाल किए। उन्‍होंने कहा, ‘भोपाल एनकाउंटर का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मैं इस मामले में वैसी जांच की मांग करता हूं जिसकी निगरानी कोर्ट द्वारा की जाए।’

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दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने भी मुठभेड़ को फर्जी बताया था। उन्‍होंने कहा, ‘यह मोदी राज है। फर्जी मुठभेड़, फर्जी मामले, रोहित वेमुला, केजी बंसल, नजीब के गायब होने का मामला, दलितों पर अत्‍याचार, आरएसएस और गोरक्षक।’

असदुद्दीन औवेसी बोले, आतंकियों ने जूते, बेल्ट कैसे पहन रखे थे? सिमी के आतंकियों को जेल से 10 किमी दूर एनकाउंटर कर दिया गया। वे ज्यूडिशियल कस्टडी में थे। यानी वे अंडर ट्रायल थे। ये देखने वाली बात है कि वे घड़ी, जूते, बेल्ट पहने हुए थे। अगर उन्हें मारा गया है तो इसका आधार क्या है? कई सवाल खड़े होते हैं। एनकाउंटर के पीछे कोई मजबूत आधार नजर नहीं आता।

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सवाल खड़े करते हुए कहा, ‘जब कैदी निहत्थे थे तो उन्हे दोबारा गिरफ्तार किया जा सकता था लेकिन ऐसा करने का प्रयास नहीं किया गया, इस तरह ये मामला संदिग्ध लगता है।’ मायावती ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आरएसएस के एजेंडे पर पुलिस का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि खुनी व्यापमं घोटाला इसका ज्वलंत उदहारण है।’

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सवाल खड़े करने वालो पर शिवराज भड़के

एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले नेताओं पर शिवराज ने बरसते हुए कहा, ‘मेरे मन में तकलीफ है। लेकिन पता नहीं राजनीति कैसी हो गई है। हमारे देश के कुछ नेताओं को शहीदों की शहादत दिखाई नहीं देती है। इन आतंकियों ने रतलाम में एक जवान की हत्या की। खंडवा में सीताराम यादव की हत्या की। यहां उन्होंने रमाशंकर यादव की हत्या की। एनकाउंटर पर शक करने वाले नेताओं को दो शब्द मारे गए पुलिसकर्मियों के लिए भी बोलने चाहिए थे। इस मसले पर वोट बैंक की घटिया राजनीति की जा रही है।’

NHRC ने शिवराज सरकार को नोटिस भेज मांगी रिपोर्ट

मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने सिमी के संदिग्‍ध आतंकियों के एनकाउंटर पर शिवराज सरकार और पुलिस से जवाब मांगा है। मानवाधिकार आयोग ने 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।

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विदेशी मीडिया रिपोर्टस

ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ के मुताबिक, ‘मुठभेड़’ में मारे गए आठ लोगों की मौत का स्पॉट पर मोबाईल से बनी कुछ वीडियो फुटेज ने इस पूरी कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, ‘क्या भारतीय पुलिस ने 8 सिमी कैदियों को बंदूक की नोक पर मार गिराया? और सरकार चाहती है कि इस पर सवाल न करें’

समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, भारत स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के 8 सदस्य भोपाल की सेंट्रल जेल से जेलकर्मी की हत्या कर फरार हो गए। जिसके बाद एक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बावजूद आठों कैदी पैदल 15 किलोमीटर दूर एक गांव तक पहुंचने में कामयाब रहे। पुलिस के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा जिस पर उन्होंने पुलिस पर पत्थर से हमला करने का प्रयास किया। जिसके बाद उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था