पूनावाला के ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा कि सेना केवल भारतीय है। उसमें हिंदू-मुस्लिम नहीं होता है। एक अन्य यूजर के अनुसार, “यदि सीनियरिटी नियम होता तो दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष बनते ना कि सोनिया गांधी।” इसी तरह के एक ट्वीट में कहा गया, “सभी चीजों को साम्प्रदायिक क्यों किया जा रहा है? इस कमेंट से बचा जाना चाहिए था। सेना सबसे धर्मनिरपेक्ष संस्थान है।” एक यूजर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी फूट डालो और राज करो में विश्वास करती है। भारत में मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया।
@Shehzad_Ind wow poonawala first time in entire history of india a creep like u identify force with Muslim,hindu etc army is only indian ok
— vishesh chaturvedi (@visheshchaturv2) December 18, 2016